दीवाली या दीपावली भारतवर्ष में मनाया जाने वाला हिंदुओं का एक ऐसा पर्व है जिसके बारे में लगभग सब जानते है। प्रभु श्री राम के अयोध्या आने पर लोगों ने घी के दिए जलाए थे और उनका स्वागत बहुत धूमधाम से किया था। इसीलिए इस दिन को दीपावली के रूप में मनाते हैं। दीपावली अमावस्या के दिन आता है। श्री राम के अयोध्या वापसी पर जलाए गए, दीयों से अमावस्या की काली रात रोशन ही रोशन हो गई। रावण का अंत हुआ और विजयादशमी (दशहरा) मनाया जाता है। अंधेरा मिट गया उजियारा हो गया यानी अज्ञानता के अंधकार को समाप्त कर ज्ञान का प्रकाश हर तरफ फैल गया।
दीवाली शब्द, संस्कृत के शब्द दीपावली से लिया गया है, जिसका अर्थ है "पंक्ति या रोशनीयो की श्रृंखला"। यह शब्द "दीपा (deepa)" या मिट्टी के दीपक और "वली (vali)" या निरंतर पंक्ति या किसी वस्तु की श्रृंखला का संयोजन है। यह त्यौहार शरद ऋतु की शुरुआत और गर्मियों की फसल के अंत में पड़ता है। दीवाली साल के सबसे अंधेरे दिन के साथ मेल खाता है, जिसे अमावस्या भी कहा जाता है। बच्चे अपने घरों में मिठाइयां और पकवान खाते हैं और तरह तरह के खिलौनों से खेलते हैं ।
दीपावली का त्यौहार जब आता है तो अपने साथ अनेक त्यौहार और खुशियां लेकर आता है। दीपावली के अवसर पर लक्ष्मी की पूजा भी की जाती है। दीपदान, धनतेरस, गोवर्धन पूजा, भाई दूज आदित्य है। दीपावली के साथ साथ ही आते हैं। सांस्कृतिक, सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक हर लिहाज से दीपावली बहुत महत्वपूर्ण त्यौहार है।
2018 में दीपावली पर्व की तिथि और मुहूर्त
दीपावली - 07 नवम्बर 2018
लक्ष्मी पूजा मुहूर्त - 17:57 PM से 19:53 PM
प्रदोष काल - 17:27 PM से 20:06 PM
अमावस्या तिथि आरंभ - 22:27 PM (06 नवंबर)
अमावस्या तिथि समाप्ति - 21:31 PM (07 नवंबर)
दीपावली पर लक्ष्मी पूजा का महत्व
माता लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए इस दिन को बहुत ही शुभ माना जाता है। हर घर में सुख समृद्धि बनी रहे और मां की कृपा बनी रहे, इसीलिए इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए। दीपावली के दिन माता लक्ष्मी की पूजा करने से घर में धन्य धान की स्थिति बनी रहती है।
Diwali 2018 dates in India (Important dates Diwali festival)
दिवाली पूजन में सर्वप्रथम श्री गणेश जी का ध्यान करें। इसके बाद गणपति को स्नान कराएं और नए वस्त्र और फूल अर्पित करें। इसके बाद देवी लक्ष्मी का पूजन शुरू करें। माँ लक्ष्मी की मूर्ति को पूजा स्थल पर स्थापित करें। माँ लक्ष्मी का आवाहन करें और हाथ जोड़कर उनसे प्रार्थना करें, वे आपके घर आएं।
इसके पश्चात लक्ष्मी जी को स्नान कराएं। स्नान पहले जल फिर पंचामृत और इसके पश्चात जल से स्नान कराएं। उन्हें वस्त्र अर्पित करें, इसके बाद आभूषण और माला पहनाएं।
इत्र अर्पित कर कुमकुम का तिलक लगाएं। अब धुप व दीप जलाएं और माता के पैरों में गुलाब के पुष्प अर्पित करें। इसके बाद बेल पत्र और उसके पत्ते भी उनके पैरों के पास रखें। 11 या 21 चावल अर्पित करें, आरती के बाद परिक्रमा करें, अब उन्हें भोग लगाएं।
दिवाली के सुबह अवसर पर कई e-commerce websites, travel websites जैसे Amazon, Flipkart, makemytrip, ixigo कई तरह के लुभावने offers और sale दे रही है। इन ऑफर्स में mobile, TV, washing Machine, refrigerators जैसे सामानो पर भरी discount दे रही है। कई कंपनियां स्मार्टफोन पर कई बेहतरीन ऑफर दे रही हैं। भीड़ को देखते हुए त्यौहार के इस मौके पर holiday special trains चलायी गई है। इस दिन कई परिवार अपने घरों सामने तरह तरह की रंगोली (rangoli) बनाते है।
आप भी इस वर्ष दिवाली का त्यौहार अपने पुरे परिवार के साथ ख़ुशी से मनाये।
Nice post